Corona Virus/कोरोना वायरस
Corona Virus/कोरोना वायरस :-दोस्तों इस पोस्ट में मैं आपको कोरोना वायरस पर निबंध लिखना बिल्कुल आसान भाषा में सिखाया है यह वायरस अभी देश/दुनियाँ में नया है इस वजह से परीक्षा में इसे आने की संभावना बहुत अधिक बन जाता है आप लोग इसे अच्छे से समझ कर पढ़ लीजिए ताकि जब कभी इससे सम्बंधित प्रश्न आये तो आप आसानी से उत्तर लिख सकें|
प्रस्तावना:- कोरोना वायरस एक खतरनाक संक्रामक बीमारी है, इसकी शुरुआत चीन के वुहान शहर से दिसंबर 2019 में हुई थीऔर देखते-देखते दुनिया के लगभग 200 देशों में फैल गई। लेकिन भारत में मार्च के महीने से लोग कुरौना से संक्रमित होने लगे थे,25 मार्च 2020 को तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश में संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान कर दिया था| 25 मार्च 2020 से 3 जून 2020 तक 75 दिनों तक का लॉकडाउन किया गया। यह वायरस अत्यंत सूक्ष्म एवं प्रभावी है भारत के लगभग तीन करोड़ लोगों से अधिक कोविड-19 से संक्रमित हुए, जिसमें से 300000 से अधिक लोगों की जानें चली गई| दुनिया के सभी देशों में वैज्ञानिक इस पर लगातार शोध कर रहे हैं. लेकिन क्रोना वायरस नित्य नए नए रिकॉर्ड बना रहा है।
क्रोना वायरस क्या है:- कोरोना कई प्रकार के वायरस ओं का समूह है, जो अत्यंत सूक्ष्म अदृश्य लेकिन काफी प्रभावी है| विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसका नाम सास को दो रखा है, यह आसन धारियों और पक्षियों में भी रोग उत्पन्न करता है, जब कोई व्यक्ति को बिट से संक्रमित हो जाता है तो सर्दी जुकाम बुखार से पीड़ित हो जाता है और सांस लेने में तकलीफ होने लगती है, जब कोई स्वस्थ व्यक्ति किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आता है, तो वह भी संक्रमित हो जाता है यह सांस के द्वारा सीखने का स्नेह और संक्रमित हो को छूने के बाद हाथ की उंगली मुंह में चले जाने पर होता है
बीमारी का लक्षण:- सामान्यता संक्रमण के फलस्वरूप बुखार सर्दी खांसी और थकान जैसी लक्षण दिखाई देता है, बहुत से मामलों में सिर दर्द गले में खराश दस्त आंख आना स्वाद पता नहीं चलना जैसे लक्षण दिखाई देता है, यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति ने फैलता है इसलिए काफी सावधानी बरती जा रही है जब कोई व्यक्ति संक्रमित हो जाता है तो पहले बुखार आता है फिर सूखी खांसी होती है सप्ताह के अंत ही में सांस लेने में भी दिक्कत होने लगती है| सबसे ज्यादा बुजुर्ग या अस्थमा के मरीजों को रहता है जिसे पहले से ही सांस लेने में दिक्कत होता रहता है।
संक्रमित व्यक्ति क्या करें:- जब तक आप इससे ठीक ना हो जाएं अपने लोगों से दूर रहें क्यों यह आपके साथ साथ आपके घर परिवार के अन्य सदस्यों को भी संक्रमित कर सकता है हो सके तो गांव से बाहर कुछ दिनों के लिए नया ठिकाना बना ले।
लॉकडाउन:- इस बीमारी के कारण ही विश्व के अलग-अलग देशों के सरकार जरूरत के हिसाब से लॉकडाउन भी लगाया| यह सब लोगों के नजर में पहली बार आया, इसमें कुछ नियम बनाए गए लोगों को घर के अंदर रहने पर बाध्य किया गया| हवाई जहाज रेलवे बस सभी परिवहन के साधनों को बंद कर दिया गया, सिर्फ काफी जरूरत के सामान जैसे खाने पीने की चीजों को खरीदने और बाहर जाने की अनुमति थी| इसमें सबसे ज्यादा गरीब तबके के लोगों को हुई जो रोज कमाते और खाते हैं| उनकी आमदनी रुक गई और वह दाने-दाने को मोहताज हो गया।
इससे बचाव के उपाय:-
- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इससे बचाव के कुछ जरूरी सुझाव दिए हैं टीकाकरण प्रत्येक देश अपने नागरिकों को अधिक से अधिक टीकाकरण कराएं भारत में लगभग 162.7 करोड़ से अधिक लोगों को कुरौना का टीका लग चुका है ।
- छींकने पर अपनी नाक रुमाल इत्यादि से ढकले।
- अपनी नाक आंख और मुंह को बार-बार न छुए ।
- भीड़भाड़ वाले जगह पर जाने से बचे और कम से कम 1 मीटर की दूरी बनाकर रखें ।
- अपने हाथों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक धोएं ।
- अल्कोहल युक्त हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग करें ।
मास्क:- विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा है कि जो व्यक्ति स्वस्थ है।उसे मास्क लगाना जरूरी नहीं है सिर्फ संक्रमित व्यक्ति ही मांस का प्रयोग करें।